कालसर्प दोष क्या है जानिए इसके लक्षण, कारण और निवारण उपाय

कालसर्प दोष के लक्षण, कारण और निवारण उपाय

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार प्रत्येक व्यक्ति की कुंडली में ग्रहों की स्थिति शुभ-अशुभ योगों का निर्माण करती है, कुंडली में स्थित शुभ योग से जहां जातक को लाभ होता है, वहीं ग्रहो की अनुकूल स्थिति के चलते उत्पन्न अशुभ योग व दोषो के कारण जातक को जीवन मे बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। कालसर्प दोष भी इन्ही दोषो मे से एक है।

कालसर्प दोष के बारे मे ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण अवधारणा यह है, की कालसर्प दोष जीवन में अनेक बाधाओं का कारण बन सकता है। इस लेख में हम कालसर्प दोष के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे, जिसमें इसके लक्षण, कारण और निवारण उपाय शामिल होंगे।

कालसर्प दोष क्या है?

कालसर्प दोष भी बाकी दोषो की तरह ही कुंडली मे ग्रहो की अशुभ स्थिति के कारण ही उत्पन्न होता है, यह तब बनता है जब राहु और केतु ग्रह कुंडली में एक दूसरे के सामने स्थित होते हैं, और शेष सभी ग्रह इनके बीच में फंस जाते हैं। यह स्थिति एक प्रकार का ‘सांप’ बनाती है, जिसके कारण जातक को जीवन में अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।

ज्योतिष शास्त्र में राहु को सांप का मुख और केतु को सांप की पूंछ माना गया है. जिन जातक की कुंडली में कालसर्प दोष होता है, उनकी कुंडली से राहु और केतु अच्छे प्रभाव को नष्ट कर देते हैं। अगर आपकी कुंडली मे भी कालसर्प दोष है, तो आपको इसके दुष्प्रभावो से बचने के लिए जल्द से जल्द कालसर्प दोष निवारण पूजा सम्पन्न करवानी चाहिए।

कालसर्प दोष के कारण

कालसर्प दोष के कारण

कुंडली मे कालसर्प दोष क्यो होता है, इसके बहुत से कारण हो सकते है जिनमे से कुछ निम्न है,

1. पूर्व जन्मों के कर्म: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कालसर्प दोष पूर्व जन्मों में किए गए गलत कर्मों का फल हो सकता है। यदि किसी व्यक्ति ने पूर्व जन्मों में दूसरों को कष्ट दिया है, तो उसे इस जन्म में कालसर्प दोष का सामना करना पड़ सकता है।

2. ग्रहों की अशुभ स्थिति: जब जन्म कुंडली में राहु और केतु अशुभ स्थिति में होते हैं, तो कालसर्प दोष बनने की संभावना बढ़ जाती है। राहु और केतु को छाया ग्रह माना जाता है और इनकी अशुभ स्थिति नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव डाल सकती है।

3. पितृ दोष: यदि किसी व्यक्ति के पितृ नाराज हैं, तो कालसर्प दोष बनने की संभावना बढ़ जाती है। पितृ दोष तब होता है जब कोई व्यक्ति अपने पितरों का सम्मान नहीं करता है या उनके लिए आवश्यक कर्म नहीं करता है।

4. नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव: यदि किसी व्यक्ति के आसपास नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव हो, तो कालसर्प दोष बनने की संभावना बढ़ जाती है। नकारात्मक ऊर्जा विभिन्न रूपों में हो सकती है, जैसे कि बुरी नजर, नकारात्मक विचार, और नकारात्मक वातावरण।

कालसर्प दोष के लक्षण

कालसर्प दोष के लक्षण

जब कभी भी कुंडली में कालसर्प दोष उत्पन्न होता है, तो इसकी अवधि में जातक को कई प्रकार की आर्थिक, शारीरिक और मानसिक परेशानियों से गुजरना पड़ता है। कालसर्प दोष कुंडली मे होने के लक्षण कुछ इस प्रकार है-

  • जब व्यक्ति के जन्म कुंडली में कालसर्प योग रहता है , तो वो अक्सर मृत परिवार के सदस्य या मृत पूर्वजो को सपने में देखता है। कुछ लोग यह भी देखते है कि कोई उन्हें गला घोट कर मार रहा है।
  • कालसर्प दोष से पीड़ित व्यक्ति को पारिवारिक कलहरिश्तों में समस्याएं देखने को मिलती है।
  • कालसर्प दोष के चलते जातक को नौकरी या व्यवसाय में परेशानी, आर्थिक समस्याएं या सामाजिक प्रतिष्ठा में कमी देखने को मिलती है।
  • कालसर्प दोष से पीड़ित व्यक्ति मे मन मे हमेशा नकारात्मक विचार आते है।
  • कालसर्प दोष का एक लक्ष्ण यह भी हैं कि, जिन लोगों को सपने में मृत्यु या सांप अधिकांश समय दिखाई देते हैं, उनपर इस दोष का प्रभाव पड़ने का भय बढ़ जाता है।
  • जातक को सभी प्रयास और कड़ी मेहनत करने के बाद भी सफलता नही मिलती है।
  • कालसर्प दोष से पीड़ित व्यक्ति मे बहुत से शारीरिक लक्षण देखने को मिलते है जैसे, बार-बार बीमार होना, ऊर्जा की कमी, अनिद्रा, सिरदर्द, त्वचा संबंधी समस्याएं, पेट संबंधी समस्या।
  • जिन जातकों की कुंडली में कालसर्प दोष होता है, उन्हें संतान से जुड़े कष्टों का भी सामना करना पड़ता है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सभी लोगों में ये सभी लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। कुछ लोगों में केवल कुछ लक्षण दिखाई देते हैं, जबकि अन्य लोगों में कोई भी लक्षण नहीं दिखाई देता है। यदि आपको इनमें से कोई भी लक्षण दिखाई दे, तो ज्योतिषी से सलाह लेना उचित है।

ज्योतिषी आपकी जन्म कुंडली का अध्ययन करके यह पता लगा सकते हैं कि आपको कालसर्प दोष है या नहीं और यदि है तो इसके निवारण के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं।

कालसर्प दोष के उपाय

कालसर्प दोष के उपाय

कालसर्प दोष के उपाय को अपनाकर आप कालसर्प दोष के दुष्प्रभावो को कम कर सकते है और अपने दैनिक जीवन मे आ रही समस्याओं से कुछ समय के लिए मुक्त हो सकते है, कालसर्प दोष के लक्षणों को कम करने के लिए आप निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:

  • महामृत्युंजय मंत्र: यह मंत्र भगवान शिव को समर्पित है और इसे कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए सबसे प्रभावी मंत्रों में से एक माना जाता है। आप इस मंत्र का जप करके कालसर्प दोष के असर को कम कर सकते है।
  • जिन जातकों की कुंडली में कालसर्प दोष होता है, उन्हें नियमित रूप से भगवान विष्णु की उपासना करना चाहिए और शनिवार के दिन बहते हुए जल में कोयले के टुकड़े प्रवाहित करना चाहिए। ऐसा करने से इस दोष का अशुभ प्रभाव कम हो जाता है।
  • कालसर्प दोष के प्रभाव को कम करने के लिए जातक को शनिवार के दिन पीपल पेड़ की पूजा जरूर करनी चाहिए और इसके साथ ही पीपल की कम से कम 7 बार परिक्रमा करनी चाहिए।
  • भगवान शिव के विभिन्न मंत्रों का जप भी कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए लाभदायक माना जाता है।
  • गरीबों को भोजन, कपड़े, और अन्य आवश्यक वस्तुएं दान करना कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए लाभदायक माना जाता है।
  • पितृों को पिंडदान, तर्पण, और अन्य दान करना भी कालसर्प दोष से मुक्ति के लिए लाभदायक माना जाता है।
  • कालसर्प दोष के असर को कम करने के लिए जातक को पन्ना रत्न पहनना चाहिए।

कालसर्प दोष एक बहुत ही खतरनाक दोष है और ऊपर दिए गए उपायो की मदद से आप सिर्फ कुछ समय के लिए ही कालसर्प दोष के दुष्प्रभावो से छुटकारा पा सकते है, अगर आप कालसर्प दोष को अपनी कुंडली मे से हमेशा के लिए दूर करना चाहते है तो आपको कालसर्प दोष निवारण पूजा अवश्य करानी चाहिए।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि कालसर्प दोष हमेशा नकारात्मक नहीं होता है। कुछ लोगों के लिए यह जीवन में सफलता और समृद्धि ला सकता है। यदि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है, तो घबराएं नहीं। ज्योतिषी से सलाह लें और उपरोक्त उपायों का पालन करें।

कालसर्प दोष दूर करने का 1 रामबाण उपाय

कालसर्प दोष दूर करने का 1 रामबाण उपाय

कालसर्प दोष के दुष्प्रभावो को कम करने के लिए आप कई सारे उपाय कर सकते है, जैसे की कालसर्प दोष निवारण मंत्रो का उचारण करना, महादेव के मंदिर मे पूजा पाठ करना, शिवलिंग का दुग्धभिषेक और ऐसे कई सारे उपाय है, लेकिन एक बात का विशेष ध्यान दे की ये आप इन सभी उपायो की मदद से सिर्फ कालसर्प दोष के असर को कुछ समय के लिए कम कर सकते है।

कुंडली मे से कालसर्प दोष दूर करने का 1 रामबाण उपाय कालसर्प दोष निवारण पूजा है, इस पूजा की मदद से आप इस दोष हमेसा हमेसा के लिए मुक्ति पा सकते है।

कालसर्प दोष निवारण पूजा उज्जैन

कालसर्प दोष निवारण पूजा उज्जैन

अगर आप भी कालसर्प दोष से परेशान है और तमाम कोशिशों के बाद भी इससे पीछा नहीं छुड़ा पा रहे है तो आप को तुरंत ही कालसर्प दोष निवारण पूजा सम्पन्न करानी चाहिए। कालसर्प दोष निवारण पूजा ही एकमात्र ऐसा उपाय है जिसकी मदद से आप कालसर्प दोष से हमेसा के लिए मुक्ति पा सकते है।

अगर आप उज्जैन मे कालसर्प दोष पूजा सम्पन्न कराना चाहते है तो आप उज्जैन के प्रसिद्ध ज्योतिष पंडित कपिल शर्मा जी से संपर्क कर सकते है।

पंडित जी के पास कालसर्प दोष पूजा उज्जैन के लिए लोग आते है, और अपनी समस्याओ और बाधाओ से छुटकारा पाते है। अगर आप भी अपनी किसी समस्या के समाधान के लिए पूजा करवाना चाहते है, तो नीचे दी गई बटन पर क्लिक करके पंडित जी से बात कर सकते है।

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