जिस प्रकार हम सभी जानते है की यदि की मनुष्य की जन्म कुंडली मे मंगल दोष परिलक्षित होता है तो उनको अपने जीवन कई सारी कठनाइयों का सामना करना पड़ता है जिसके चलते हुए वह सदैव ही परेशान और तनाव मे रहते है और चिंतित रहने की वजह से हमेशा गुस्सा करते है और अपने परिवार मे कलेश करने की वजह बन जाते है।
इस लेख के माध्यम से हम आपको बताने वाले है की आप मंगल दोष से हमेश के लिए कैसे मुक्ति पा सकते है, मंगल दोष पूजा के क्या लाभ है, मंगल दोष निवारण पूजा कहाँ होती है और मंगल दोष की पूजा मे उपयोग होने वाली सामग्री कोनसी होती है सम्पूर्ण जानकरी के लिए इस लेख को पूरा पढे और मंगल दोष से जुड़ी सारी जानकारी को साझा करें।
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मंगल दोष क्या है?
मंगल दोष जो कि ज्योतिषी मे एक बहुत ही घातक योग माना जाता है मंगल दोष जिस भी व्यक्ति कुंडली मे होता है उनको अपने दैनिक जीवन मे कई प्रकार कि समस्यों का सामना करना पड़ता है जैसे कि विवाह मे देरी, नौकरी न लगना , व्यापार मे हानी होना,वैवाहिक जीवन मे परेशानी आना, घर और परिवार वालों से झगड़े होना, संतान सुख कि प्राप्ति न होना और इन सब के चलते हुए तनाव कि स्थिती बनना और स्वस्थ खराब रहना।
यदि आप भी कुछ इसी प्रकार कि परिस्थिती से गुजर रहे है तो अवस्य ही अपनी कुंडली किसी अच्छे पंडित को दिखाये और उनसे राय ले और यदि आपकी कुंडलि मे मंगल दोष है तो उसका निवारण कराना अति अवशयक है
मंगल दोष का निवारण
क्या आप भी भी मंगल दोष के चलते हुए अपने दैनिक जीवन मे कई सारी परेशानियों का सामना कर रहे है ? और आप मंगल दोष से हमेशा के लिए छुटकारा पाना चाहते है तो इस का एकमात्र उपाय मंगल दोष निवारण पूजा सम्पन्न कराना क्योकि मंगल को सभी ग्रहो का राजा माना जाता है और मंगल को प्रस्श्न करने के लिए यह पूजा करना बहुत जरूरी है।
मंगल दोष निवारण पूजा सम्पूर्ण करने के कुछ दिनो मे ही आप अपने जीवन मे बदलाब देख सकते है और मंगल दोष पूजा के लिए उज्जैन को सबसे उचित स्थान माना जाता है की यदि आप उज्जैन मे मंगल दोष पूजा सम्पन्न करते है तो आपकी की जन्म कुंडली से मंगल दोष से हमेशा-के लिए छुटकारा पाने के योग बन सकते है।
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मंगल पूजा के लाभ
मंगल पूजा के प्रमुख लाभ कुछ इस प्रकार है-
- मंगल पूजा से मंगल ग्रह को प्रसन्न करने और उसकी ऊर्जा को संतुलित करने में मदद मिलती है.
- त्वचा की बीमारियों, कर्ज, और गरीबी से मुक्ति मिलती है.
- दांपत्य जीवन में समृद्धि आती है.
- जीवनसाथी के साथ रिश्ता अच्छा होता है.
- पति-पत्नी को प्रसिद्धि, मान्यता, और मान-सम्मान मिलता है.
- स्वास्थ्य समस्याओं से मुक्ति मिलती है.
- महत्वपूर्ण कार्य पूरे होते हैं.
- क्रोध कम हो जाता है
- व्यापार में व्रद्धि शुरू हो जाती है
- सेहत और स्वस्थ अच्छे रहते है।
मंगल दोष पूजा सामाग्री
मंगल दोष निवारण पूजा मे उपयोग होने वाली मुख्य सामाग्री कुछ इस प्रकार है-
रोली | 10 ग्राम |
पीला सिंदूर | 10 ग्राम |
पीला अष्टगंध चंदन | 10 ग्राम |
लाल चन्दन | 10 ग्राम |
सफ़ेद चन्दन | 10 ग्राम |
लाल सिंदूर | 10 ग्राम |
हल्दी (पिसी) | 50 ग्राम |
हल्दी (समूची) | 50 ग्राम |
सुपाड़ी (समूची बड़ी) | 100 ग्राम |
लौंग | 10 ग्राम |
इलायची | 10 ग्राम |
सर्वौषधि | 1 डिब्बी |
सप्तमृत्तिका | 1 डिब्बी |
सप्तधान्य | 100 ग्राम |
पीली सरसों | 50 ग्राम |
जनेऊ | 21 पीस |
इत्र बड़ी | 1 शीशी |
गरी का गोला (सूखा) | 11 पीस |
पानी वाला नारियल | 1 पीस |
जटादार सूखा नारियल | 2 पीस |
अक्षत (चावल) | 11 किलो |
धूपबत्ती | 2 पैकेट |
रुई की बत्ती (गोल / लंबी) | 1-1 पैकेट |
देशी घी | 1 किलो |
सरसों का तेल | 1 किलो |
कपूर | 50 ग्राम |
कलावा | 7 पीस |
चुनरी (लाल / पीली) | 1/1 पीस |
बताशा | 500 ग्राम |
लाल रंग | 5 ग्राम |
पीला रंग | 5 ग्राम |
काला रंग | 5 ग्राम |
नारंगी रंग | 5 ग्राम |
हरा रंग | 5 ग्राम |
बैंगनी रंग | 5 ग्राम |
अबीर गुलाल (लाल, पीला, हरा, गुलाबी) अलग-अलग | 10-10 ग्राम |
बुक्का (अभ्रक) | 10 ग्राम |
गंगाजल | 1 शीशी |
गुलाबजल | 1 शीशी |
लाल वस्त्र | 5 मीटर |
पीला वस्त्र | 5 मीटर |
सफेद वस्त्र | 5 मीटर |
हरा वस्त्र | 2 मीटर |
काला वस्त्र | 2 मीटर |
नीला वस्त्र | 2 मीटर |
बंदनवार (शुभ, लाभ) | 2 पीस |
स्वास्तिक (स्टीकर वाला) | 5 पीस |
धागा (सफ़ेद, लाल, काला) त्रिसूक्ति के लिए | 1-1 पीस |
झंडा हनुमान जी का | 1 पीस |
चांदी का सिक्का | 2 पीस |
कुश (पवित्री) | 4 पीस |
लकड़ी की चौकी | 7 पीस |
पाटा | 8 पीस |
रुद्राक्ष की माला | 1 पीस |
तुलसी की माला | 1 पीस |
चन्दन की माला (सफ़ेद/लाल) | 1 पीस |
स्फटिक की माला | 1 पीस |
दोना (छोटा – बड़ा) | 1-1 पीस |
मिट्टी का कलश (बड़ा) | 11 पीस |
मिट्टी का प्याला | 21 पीस |
मिट्टी की दियाली | 21 पीस |
ब्रह्मपूर्ण पात्र (अनाज से भरा पात्र आचार्य को देने हेतु) | 1 पीस |
हवन कुण्ड | 1 पीस |
माचिस | 2 पीस |
आम की लकड़ी | 5 किलो |
नवग्रह समिधा | 1 पैकेट |
हवन सामग्री | 2 किलो |
तिल | 500 ग्राम |
जौ | 500 ग्राम |
गुड़ | 500 ग्राम |
कमलगट्टा | 100 ग्राम |
गुग्गुल | 100 ग्राम |
धूप लकड़ी | 100 ग्राम |
सुगंध बाला | 50 ग्राम |
सुगंध कोकिला | 50 ग्राम |
नागरमोथा | 50 ग्राम |
जटामांसी | 50 ग्राम |
अगर-तगर | 100 ग्राम |
इंद्र जौ | 50 ग्राम |
बेलगुदा | 100 ग्राम |
सतावर | 50 ग्राम |
गुर्च | 50 ग्राम |
जावित्री | 25 ग्राम |
भोजपत्र | 1 पैकेट |
कस्तूरी | 1 डिब्बी |
केसर | 1 डिब्बी |
खैर की लकड़ी | 4 पीस |
काला उड़द | 250 ग्राम |
मूंग दाल का पापड़ | 1 पैकेट |
शहद | 50 ग्राम |
पंचमेवा | 200 ग्राम |
पंचरत्न व पंचधातु | 1 डिब्बी |
धोती (पीली/लाल) | 1 पीस |
अगोंछा (पीला/लाल) | 1 पीस |
समस्त सामाग्री खरीदने से पहले एक बार पंडित जी से अवस्य ही राय ले ताकि किसी भी प्रकार की कोई सामग्री की कमी हो तो वह इसमे जोड़ दे और आपको किसि भी प्रकार की कोई समस्या न आये।
उज्जैन मे कैसे सम्पन्न करे मंगल दोष निवारण पूजा?
मंगल दोष निवारण पूजा के लिए सबसे उचित स्थान महाकाल की नगरी उज्जैन को माना जाता है। उज्जैन मे मंगलदोष पूजा करवाने से आपको 100% परिणाम मिलेगा। अगर आप भी कालसर्प दोष पूजा उज्जैन मे सम्पन्न कराना चाहते है तो आप ज्योतिषी से परामर्श ले कर अपनी पूजा बुक कर सकते है।
अगर आप उज्जैन मे मंगल दोष पूजा करवाना चाहते है, तो पंडित कपिल शर्मा जी से संपर्क कर सकते है। पंडित जी को कालसर्प दोष, मंगल दोष, नवग्रह शांति और अन्य प्रकार की पूजा करने का 15 से अधिक वर्षों का अनुभव प्राप्त है। पूजा के बाद आपको 100% परिणाम मिलेगा।
उज्जैन मे मंगल दोष निवारण पूजा बुक करने के लिए आप नीचे दी गयी बटन पर क्लिक करके आप पंडित से बात कर सकते है।
मंगल पूजा के लाभ क्या है?
भगवान मंगल की पूजा करने से कुंडली से मंगल दोष से मुक्ति मिलती है और साथी ही साथ त्वचा की बीमारियों, कर्ज और गरीबी से मुक्ति मिलती है।
मंगल दोष के लिए कौनसी पूजा करनी चाहिए?
मंगल दोष की शांति के लिए मंगल दोष निवारण पूजा करनी चाहिए और आपकी जानकारी के लिए बता दे की मंगल दोष पूजा के लिए उज्जैन सबसे सर्वश्रेष्ठ स्थान है।
मंगल दोष से क्या हानि होती है?
मंगल दोष जिस भी व्यक्ति कुंडली मे होता है उनको अपने दैनिक जीवन मे कई प्रकार कि समस्यों का सामना करना पड़ता है जैसे कि विवाह मे देरी, नौकरी न लगना , व्यापार मे हानी होना,वैवाहिक जीवन मे परेशानी आना, और अन्य कई सारी समस्या का सामना करना पड़ता है।