कालसर्प दोष तब बनता है जब कुंडली में सभी ग्रह राहु और केतु के बीच स्थित होते हैं। यह एक अशुभ दोष माना जाता है जो जीवन में कई तरह की समस्याएं पैदा कर सकता है। कालसर्प दोष के प्रभावों को कम करने के लिए कई उपाय किए जा सकते हैं, जिनमें से एक है कालसर्प दोष निवारण पूजा।
अगर आपकी कुंडली मे भी कालसर्प दोष है और आप भी कालसर्प दोष निवारण पूजा उज्जैन मे सम्पन्न कराना चाहते है। लेकिन आपको यह नहीं पता की कालसर्प दोष की पूजा कब होती है, तो इस पोस्ट के माध्यम से हम आपको यह बताएँगे की कालसर्प दोष की पूजा कब होती है, और 2024 मे कालसर्प दोष निवारण पूजा मुहूर्त व विशेष दिन कोन-कोन से है।
2024 मे कालसर्प दोष निवारण पूजा मुहूर्त
कालसर्प दोष निवारण पूजा के लिए वर्ष 2024 में अनेक शुभ मुहूर्त हैं आप अपने अनुसार सही कालसर्प पूजा मुहूर्त तय कर सकते हैं, और पंडित जी से संपर्क कर सकते हैं। इनमें से कुछ मुहूर्त इस प्रकार हैं:
महिना | तिथिया |
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जनवरी 2024 | 1, 2, 5, 6, 7, 8, 9, 12, 13, 14,15, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 26, 27, 28, 29, 30 |
फ़रवरी 2024 | 2, 3, 4, 5, 9, 11, 12, 14, 16, 17, 18, 19, 22, 23, 24, 25, 26, 27 |
मार्च 2024 | 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 16, 17, 18, 19, 23, 24, 25, 30, 31 |
अप्रैल 2024 | 2, 5, 6, 7, 8, 9, 12, 13, 14, 15, 17, 20, 21, 22, 26, 27, 28, 29 |
मई 2024 | 3, 4, 5, 6, 7, 10, 11, 12, 13, 15, 17, 18, 19, 20, 23, 25, 26, 27, 30, 31 |
जून 2024 | 1, 2, 3, 7, 8, 9, 10, 11, 14, 15, 16, 17, 18, 21, 22, 23, 24, 28, 29, 30 |
जुलाई 2024 | 1, 2, 6, 7, 8, 9, 12, 13, 14, 15, 16, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 26, 27, 28, 29 30, 31 |
अगस्त 2024 | 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 15, 16, 17, 18, 19, 20, 21, 22, 23, 24,25, 26, 27, 28 29, 30, 31 |
सितंबर 2024 | 2, 3, 6, 7, 8, 9, 13, 14, 15, 16, 17, 20, 21, 22, 23, 27, 28, 29, 30 |
अक्टूबर 2024 | 1, 2, 3, 6, 7, 8, 9, 10, 12, 13, 14, 15, 16, 20, 21, 22, 23, 24, 27, 28, 29, 30 |
नवंबर 2024 | 1, 3, 4, 5, 6, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 17, 18, 19, 20, 23, 24, 25, 26, 27, 28, 30 |
दिसंबर 2024 | 1, 2, 3, 4, 7, 8, 9, 10, 11, 14, 15, 16, 17, 18, 19, 22, 23, 24, 25, 28, 29, 30, 31 |
आप वर्ष 2024 मे ऊपर दिए गए किसी भी दिन कालसर्प दोष शांति पूजा सम्पन्न करा सकते है और इस दोष से मुक्ति पा सकते है।
उज्जैन में कालसर्प दोष की पूजा कब होती है?
कालसर्प दोष पूजा उज्जैन मे साल भर होती है। कोई भी निश्चित तिथि या समय नहीं होता है। आप अपनी सुविधानुसार किसी भी दिन, किसी भी समय पूजा करवा सकते हैं। लेकिन कुछ तिथियां व दिन दूसरों की तुलना में अधिक शुभ होते हैं, जब यह पूजा करना अधिक फलदायी माना जाता है। इनमें शामिल हैं:
- नाग पंचमी: यह श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। नाग पंचमी का दिन कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है। इस दिन नागों की पूजा की जाती है और इस दिन कालसर्प दोष निवारण पूजा कराने पर आपको कालसर्प दोष से हमेसा के लिए छुटकारा मिल जाता है।
- महाशिवरात्रि: महाशिवरात्री का दिन भी भगवान शिव को समर्पित होता है। इस दिन कालसर्प दोष पूजा करवाने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। और कालसर्प दोष से पूर्ण रूप से मुक्ति मिल जाती है।
- अमावस्या: अमावस्या तिथि पितृ देवताओं को समर्पित है। कालसर्प दोष को पितृ दोष का एक रूप भी माना जाता है, इसलिए इस दिन पूजा करने से कालसर्प दोष से मुक्ति मिल जाती है।
- पितृ पक्ष: कालसर्प दोष शांति पूजा के लिए पितृ पक्ष का मुहूर्त बहुत शुभ माना जाता है, क्योंकि आश्विन कृष्ण पक्ष प्रथमा से अमावस्या तक के 15 दिनों में कालसर्प दोष शांति पूजा सम्पन्न कराने से आपको इस दोष से हमेसा के लिए छुटकारा मिल जाता है।
कालसर्प दोष पूजा उज्जैन में कहाँ करवायें
उज्जैन में कालसर्प दोष पूजा के लिए बहुत सारे मंदिर प्रसिद्ध हैं, लेकिन उज्जैन मे महाकालेश्वर मंदिर ही सबसे पवित्र और प्रसिद्ध मंदिर है, क्यूंकी उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर मे भारत मे स्थित बारह ज्योतिर्लिंगों मे से एक ज्योतिर्लिंग स्थापित है।
अगर आप भी उज्जैन मे पूजा कराना चाहते है और आप एक अच्छे और भरोसेमंद पंडित जी की तलाश में हैं, जो आपकी कुंडली का अध्ययन कर सकते हैं और आपको सही कालसर्प दोष पूजा मुहूर्त तय करने में और तैयारी करने में मदद करते हैं, तो आप पंडित कपिल शर्मा जी से संपर्क करें।
पंडित कपिल शर्मा जी आपकी सभी आवश्यकताओं का ध्यान रखेंगे, और साथ ही यह सुनिश्चित करेंगे कि पूजा की तैयारी से लेकर पूजा सम्पन्न होने तक आपका पूजा अनुभव निर्बाध हो।
कालसर्प दोष पूजा उज्जैन मे बुक करने के लिए नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करें और अभी पंडित जी से बात करे।