कालसर्प दोष एक बहुत ही ज्यादा खतरनाक दोष है, और इस दोष के कारण जातक को विभिन्न प्रकार की समस्याएं हो सकती हैं, और जातक के जीवन में बहुत सारी बाधाएं आ सकती हैं। कालसर्प दोष की अवधि भी बहुत ज्यादा है, अगर आपकी कुंडली मे भी कालसर्प दोष है, तो आपके मन मे यह सवाल जरूर आया होगा की आखिर कालसर्प दोष कुंडली मे कब तक रहता है, कितने समय बाद कालसर्प दोष खत्म हो जाता है।
कालसर्प दोष को जन्मकुंडली में राहु केतु के प्रकोप के रूप में देखा जाता है। इस दोष के बारे में विभिन्न मान्यताएं हैं, और इसका प्रभाव व्यक्ति की कुंडली के अनुसार भिन्न हो सकता है। तो आज हम आपको इस लेख के माध्यम यह बताएँगे की कुंडली मे कालसर्प दोष कितने वर्ष तक रहता है, और कालसर्प दोष से मात्र एक दिन मे कैसे मुक्ति पाई जा सकती है।
नीचे दी गई उपरोक्त अवधियाँ अनुमानित हैं और यह व्यक्ति की जन्म कुंडली के आधार पर भिन्न हो सकती हैं। यदि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है, तो ज्योतिषी से परामर्श करना सबसे अच्छा है।
ज्योतिष से परामर्श करने के लिए क्लिक करे: 9713008587
Contents
कालसर्प दोष क्या है?
जैसा की आप जानते है, कालसर्प दोष ज्योतिष विज्ञान में एक महत्वपूर्ण अवधारणा है, जो एक व्यक्ति के जीवन में कई तरह की परेशानियों का कारण बन सकता है। और यह दोष तब बनता है जब सभी सात ग्रह राहु और केतु के बीच फंस जाते हैं, जिससे कुंडली में एक सर्प जैसी आकृति बन जाती है।
कुंडली मे कालसर्प दोष कितने वर्ष तक रहता है
कुंडली मे कालसर्प दोष कितने वर्ष तक रहता है, इसका कोई निश्चित उत्तर नहीं है। कुछ मामलों में, यह दोष जीवन भर रह सकता है, जबकि अन्य मामलों में यह कुछ वर्षों तक ही रहता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी जातक की कुंडली में कालसर्प दोष होने के बाद वह 42 वर्षों से लेकर उसकी मृत्यु तक ऐसे ही बना रहता हैं।
कालसर्प दोष कितने वर्ष तक रहता है, यह कहना मुश्किल है क्योंकि यह कई कारकों पर निर्भर करता है, जिनमें शामिल हैं:
कालसर्प योग का प्रकार: | 12 प्रकार के कालसर्प योग होते हैं, और प्रत्येक का प्रभाव अलग-अलग होता है। कुछ योग दूसरों की तुलना में अधिक शक्तिशाली होते हैं और लंबे समय तक प्रभाव डाल सकते हैं। |
ग्रहों की स्थिति: | कुंडली मे कालसर्प दोष बनने का मुख्य कारण राहू और केतू ही है। इन ग्रहो की स्थिति ही यह निर्धारित करती है, कुंडली मे कालसर्प दोष कितने वर्षो तक रहता है। राहू और केतू के कारण ही कालसर्प दोष का समयकाल कम या ज्यादा होता है। |
व्यक्ति के कर्म: | व्यक्ति का कर्म भी कालसर्प योग के प्रभाव को निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यदि व्यक्ति अच्छे कर्म करता है, तो योग का प्रभाव कम हो सकता है। यदि व्यक्ति बुरे कर्म करता है, तो योग का प्रभाव अधिक हो सकता है। |
सामान्य तौर पर, कालसर्प दोष 42 वर्ष तक रहता है। हालांकि, यह कुछ मामलों में कम या ज्यादा भी हो सकता है। यदि आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है, तो ज्योतिषी से परामर्श करना सबसे अच्छा है। वे आपको दोष की गंभीरता और प्रभाव को समझने में मदद कर सकते हैं और उपयुक्त उपाय बता सकते हैं।
कालसर्प योग के प्रकारो के अनुसार कालसर्प दोष की अवधि
कुंडली मे कालसर्प दोष कितने वर्ष तक रहता है यह कालसर्प दोष के प्रकारो पर निर्भर करता है, कालसर्प दोष के कुछ मुख्य प्रकार और उनकी अनुमानित अवधि:
- अनन्त कालसर्प योग: अनन्त कालसर्प दोष के सभी प्रकारो मे सबसे ज्यादा खतरनाक होता है, और इसी कारण यह दोष किसी भी जातक की कुंडली मे कम से कम 42 वर्षो तक रहता है।
- कुलिक कालसर्प योग: कुलीक कालसर्प दोष का असर किसी जातक की कुंडली मे कम से कम 10 वर्ष तक रहता है।
- वासुकी कालसर्प योग: वासुकी कालसर्प दोष का असर किसी भी जातक की कुंडली मे 12 वर्ष तक रहता है।
- शंखपाल कालसर्प योग: यह योग जातक को 16 वर्षों तक प्रभावित कर सकता है।
- पद्म कालसर्प योग: यह योग जातक को 14 वर्षों तक प्रभावित कर सकता है।
- महापद्म कालसर्प योग: जिस किसी भी जातक की कुंडली मे यह कालसर्प योग होता है, उसे कम से कम 18 वर्ष तक इसका सामना करना पड़ता है।
- तक्षक कालसर्प योग: तक्षक कालसर्प योग का प्रभाव 11 वर्षो तक रहता है।
- कर्कोटक कालसर्प योग: यह कालसर्प दोष का प्रकार जातक को 21 वर्ष तक परेशान करता है।
- शंखचूड़ कालसर्प योग: यह योग व्यक्ति को 7 वर्षों तक प्रभावित कर सकता है।
- घातक कालसर्प योग: यह योग व्यक्ति को 18 वर्षों तक प्रभावित कर सकता है।
- विषधार कालसर्प योग: यह योग जातक को कम से कम 28 वर्षों तक प्रभावित कर सकता है।
- शेषनाग कालसर्प योग: शेषनाग कालसर्प योग जिस किसी जातक या व्यक्ति की कुंडली मे होता है उसे कम से कम 16 वर्षो तक इस योग का सामना करना पड़ता है।
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये केवल अनुमानित अवधि हैं, और वास्तविक अवधि व्यक्ति की कुंडली और अन्य ज्योतिषीय कारकों के आधार पर कम या ज्यादा होती रहती है। इसीलिए आप अपनी कुंडली एक बार ज्योतिषी को जरूर दिखाए और आपकी कुंडली मे कोन सा कालसर्प योग है और इसका असर कितने वर्षो तक रहेगा इसकी सम्पूर्ण जानकारी ले।
ग्रहों की स्थिति के अनुसार कालसर्प दोष का समयकाल
किसी भी जातक की कुंडली मे कालसर्प दोष कितने वर्ष तक रहता है, यह पूर्ण रूप से राहु की स्थिति पर निर्भर होता है, नीचे हम यह जानेंगे की राहु की विभिन्न भावों मे स्थिति के अनुसार कालसर्प दोष कितने वर्षो तक रहता है।
- यदि आपकी कुंडली मे राहु प्रथम भाव स्थित में हो, तो आपकी कुंडली मे कालसर्प दोष 27 वर्ष तक परेशान कर सकता है।
- यदि राहु द्वितीय भाव में स्थित हो,तो कालसर्प दोष 33 वर्षों तक आपका पीछा नहीं छोड़ता है।
- राहु तृतीय भाव में स्थित हो, तो इस दोष का समय काल 36 वर्ष हो जाता है।
- यदि राहु चतुर्थ भाव में स्थित हो, तो इस दोष का असर कम से कम 42 वर्ष तक रहता है।
- यदि राहु पंचम भाव में स्थित हो, तो कालसर्प दोष 48 वर्ष तक रहता है।
- राहु छठवे भाव में स्थित हो, तो आपकी कुंडली मे कालसर्प दोष 54 वर्ष की आयु तक बना रहता है।
कालसर्प दोष की अवधि को कम करने के उपाय:
अगर आपकी कुंडली मे कालसर्प दोष है और आप इसकी अवधि को कम करना चाहते है तो नीचे दिए गए उपायो का पालन करे,
- दान-पुण्य: अगर आपकी कुंडली मे कालसर्प दोष परिलक्षित हो रहा है तो आपके लिए दान-पुण्य करना कालसर्प दोष के प्रभाव को कम करने का एक प्रभावी उपाय साबित हो सकता है।
- मंत्र जाप: कालसर्प दोष के प्रभाव को कम करने के लिए निर्धारित मंत्रों का जाप करना भी लाभकारी होता है।
- रत्न धारण: ज्योतिषी द्वारा सुझाए गए रत्नों को धारण करने से भी कालसर्प दोष के प्रभाव को कम किया जा सकता है।
1 दिन मे कालसर्प दोष से कैसे मुक्ति पाये?
कालसर्प दोष एक गंभीर ज्योतिषीय दोष है, जो एक व्यक्ति के जीवन में कई तरह की परेशानियों का कारण बन सकता है। अगर आपकी कुंडली मे कालसर्प दोष है और आप इसके दुष्प्रभावो से परेशान हो चुके है, और आप इससे हमेशा हमेशा के लिए छुटकारा पाना चाहते है, तो आपको कालसर्प दोष निवारण पूजा सम्पन्न करानी चाहिए। कालसर्प दोष निवारण पूजा ही एकमात्र ऐसा उपाय है जिसकी मदद से आप कालसर्प दोष को अपनी कुंडली से पूर्ण रूप से खत्म कर सकते है।
कालसर्प दोष निवारण पूजा के लिए सबसे उचित स्थान महाकाल की नगरी उज्जैन को माना जाता है। उज्जैन मे कालसर्प दोष पूजा करवाने से आपको 100% परिणाम मिलेगा। अगर आप भी कालसर्प दोष पूजा उज्जैन मे सम्पन्न कराना चाहते है तो आप ज्योतिषी से परामर्श ले कर अपनी पूजा बुक कर सकते है।
अगर आप उज्जैन मे कालसर्प दोष पूजा करवाना चाहते है, तो पंडित कपिल शर्मा जी से संपर्क कर सकते है। पंडित जी को कालसर्प दोष और अन्य प्रकार की पूजा करने का 15 से अधिक वर्षों का अनुभव प्राप्त है। पूजा के बाद आपको 100% परिणाम मिलेगा।
उज्जैन मे कालसर्प दोष निवारण पूजा बुक करने के लिए आप नीचे दी गयी बटन पर क्लिक करके आप पंडित से बात कर सकते है।