मंगल दोष की पूजा कब करनी चाहिए?

मंगल दोष की पूजा कब करानी चाहिए?

मंगल दोष ग्रहों की स्थिति के अनुसार किसी मनुष्य की कुंडली मे परिलक्षित होता है, जिस प्रकार से हम सभी जानते है की मंगल दोष एक बहुत ही घातक दोष है। इस दोष के जातक को अपने जीवन मे हमेशा ही समस्याओ और असफलता का सामना करना पड़ता है जिसके चलते हुए वह सदैव ही तनाव मे रहते है।

इस लेख के माध्यम से हम आपको बताने वाले है की मंगल दोष की पूजा कब करानी चाहिए? और इस के क्या लाभ है, और पूजा संपूर्ण करने के बाद आप अपने दैनिक जीवन मे किस तरह के बदलाव देख सकते है।

मंगल दोष की पूजा कब करनी चाहिए?


मंगल दोष की पूजा के लिए कई शुभ दिन होते हैं, जिनमें से कुछ प्रमुख दिन इस प्रकार हैं:

  • मंगलवार: यह मंगल देव का दिन है, इसलिए मंगलवार को मंगल दोष की पूजा करना सबसे शुभ माना जाता है। इस दिन पूजा करने से मंगल देव प्रसन्न होते हैं और मंगल दोष के प्रभावों को कम करते हैं।
  • अंगारकी चतुर्थी: हर महीने में दो चतुर्थियां आती हैं, लेकिन अगर चतुर्थी तिथि मंगलवार को हो तो उसे अंगारकी चतुर्थी कहते हैं। यह तिथि मंगल दोष पूजा के लिए अत्यंत शुभ मानी जाती है।
  • षष्ठी तिथि: स्कंद पुराण के अनुसार, षष्ठी तिथि भी मंगल दोष की पूजा के लिए शुभ है। इस दिन मंगल देव को सेनापति बनाया गया था। षष्ठी तिथि को मंगल की पूजा करने से धन और संतान सुख प्राप्त होता है।
  • दशमी तिथि: मंगल देव का जन्म दशमी तिथि के दिन हुआ था। इसलिए इस तिथि के दिन भी उनकी विशेष पूजा अर्चना होती है।
  • अन्य शुभ दिन: मंगल दोष शांति पूजा के लिए अन्य शुभ दिनों में मकर संक्रांति, राम नवमी, हनुमान जयंती, और गणेश चतुर्थी शामिल हैं।
  • विशेष योग: कुछ विशेष योग भी मंगल दोष शांति पूजा के लिए शुभ माने जाते हैं, जैसे कि अमृत सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग, और रवि योग।
  • पंडित से सलाह: मंगल दोष शांति पूजा के लिए सबसे उपयुक्त दिन और समय जानने के लिए, आप किसी अनुभवी ज्योतिषी से सलाह ले सकते हैं। वे आपकी कुंडली का अध्ययन करके आपके लिए सबसे शुभ दिन और समय निश्चित करेंगे।

मंगलवार के दिन करे ये निवारण उपाय

मंगल दोष के दुष्प्रभावों को काम करने के लिए आप मंगलवार के दिन यह विशेष उपाय को इस्तेमाल कर सकते है। क्योंकि मंगल देवता का दिन होने के कारण मंगलवार मंगल दोष निवरण के लिए सबसे शुभ दिन माना जाता है।

  •  मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा-उपासना करनी चाहिए।
  • पूजा के समय सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए।
  • मंगल दोष से छुटकारा पाने के लिए, हर मंगलवार को लाल चीज़ों का दान करना चाहिए।
  • लाल मिर्च, गुड़, लाल रंग के कपड़े, शहद, लाल रंग की मिठाई, मसूर की दाल आदि चीज़ों का दान करना चाहिए।
  • हर मंगलवार को हनुमान जी का व्रत करना चाहिए।
  • मंगलवार के दिन लाल कपड़े पहनें।
  • हनुमान मंदिर में लाल सिंदूर चढ़ाएं।
  • नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करने से भी मंगल दोष शांत होता है।
  • प्रत्येक मंगलवार का व्रत रखें। हनुमान मंदिर में बूंदी का प्रसाद बांटें। 
  • मंगल दोष के प्रभाव को कम करने के लिए मंगल शांति पूजा करें करें।

मंगल दोष की पूजा कहाँ होती है?

उज्जैन मात्र एक स्थान है जहा पर मंगल दोष निवारण पूजा की जाती है, जो मध्य प्रदेश में स्थित एक हिंदू तीर्थ शहर है। उज्जैन को मंगल ग्रह का जन्मस्थान माना जाता है, और यह भगवान मंगल को समर्पित कई मंदिरों का घर है। उज्जैन मे मंगल दोष से संबन्धित सारी पूजाए की जाती है।

भारत के सबसे पवित्र शहरों में से एक उज्जैन, में आध्यात्मिक प्रथाओं का एक समृद्ध इतिहास है और इसे विभिन्न अनुष्ठानों के लिए शुभ माना जाता है। जब मंगल दोष पूजा की बात आती है, तो उज्जैन परंपरा और प्रभावकारिता का एक अनूठा मिश्रण पेश करता है।

यदि आप उज्जैन के मंगलनाथ मंदिर मे मंगल दोष पूजा संपूर्ण कराते है, तो आप अवश्य ही बहुत अच्छे परिणाम की प्राप्ति कर सकते है जिससे आपके दैनिक जीवन मे आ रही परेशानीयों से मुक्त हो सकते है जैसे की, विवाह के योग न बनना, व्यापार मे हानी होना,परिवार मे विवाद होना, वैवाहिक जीवन मे कलेश होना और तनाव की स्तिथि बनी रहना इन सभी परेशानी से मुक्त हो सकते है।

मंगल दोष पूजा उज्जैन मे कैसे कराये?

उज्जैन में मंगल दोष निवारण पूजा के लिए सबसे प्रसिद्ध मंदिर मंगलनाथ मंदिर है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, लेकिन यह मंगल ग्रह से भी जुड़ा हुआ है, जिसके कारण यह ज्योतिष और ज्योतिष प्रेमियों के लिए महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है।

अगर आप भी उज्जैन मे मंगल दोष पूजा करवाना चाहते है तो अभी उज्जैन के प्रसिद्ध पंडित कपिल शर्मा जी से संपर्क कर सकते है, पंडित जी के पास वर्षभर मंगल दोष पूजा के लिए लोग आते है, और अपनी समस्याओ और बाधाओ से छुटकारा पाते है।

अगर आप भी अपनी किसी समस्या के समाधान के लिए पूजा करवाना चाहते है, तो पंडित जी से मुफ्त परमर्श ले सकते है।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Need Help?